वैज्ञानिकों ने कहा एलियंस मानव से संपर्क तो कर रह हैं पर वह असफल हो जा रहा है।
वैज्ञानिकों ने कहा है कि हो सकता है कि एलियंस (परग्रही) धरती पर मानव से संपर्क स्थापित करने के लिए दशकों से ’कॉस्मिक ट्वीट्स’ का असफल इस्तेमाल करते रहे हों। डेली मेल की एक खबर के अनुसार यूनिवर्सिटी ऑफ कैलीफोर्निया के वैज्ञानिकों ने एलियंस के बारे में इस तरह का मत व्यक्त किया है।
उल्लेखनीय है कि 15 अगस्त 1977 को ओहियो स्थित एक दूरबीन ने 72 सेकंड का एक महत्वपूर्ण संकेत पकड़ा था जिसे ’वो’ सिग्नल कहा गया। यह संकेत अंतरिक्ष के एक खाली हिस्से से ठीक उसी फ्रीक्वेंसी पर आया था। जिस पर वैज्ञानिक एलियंस से संदेश मिलने की उम्मीद कर रहे थे।
लेकिन आज तक कोई भी इस संकेत की व्याख्या नहीं कर पाया और न ही तब से यह दोबारा सुना गया।
ke saujanya se
वैज्ञानिकों ने कहा है कि हो सकता है कि एलियंस (परग्रही) धरती पर मानव से संपर्क स्थापित करने के लिए दशकों से ’कॉस्मिक ट्वीट्स’ का असफल इस्तेमाल करते रहे हों। डेली मेल की एक खबर के अनुसार यूनिवर्सिटी ऑफ कैलीफोर्निया के वैज्ञानिकों ने एलियंस के बारे में इस तरह का मत व्यक्त किया है।
उल्लेखनीय है कि 15 अगस्त 1977 को ओहियो स्थित एक दूरबीन ने 72 सेकंड का एक महत्वपूर्ण संकेत पकड़ा था जिसे ’वो’ सिग्नल कहा गया। यह संकेत अंतरिक्ष के एक खाली हिस्से से ठीक उसी फ्रीक्वेंसी पर आया था। जिस पर वैज्ञानिक एलियंस से संदेश मिलने की उम्मीद कर रहे थे।
लेकिन आज तक कोई भी इस संकेत की व्याख्या नहीं कर पाया और न ही तब से यह दोबारा सुना गया।
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