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लंदन।। नासा के साइंटिस्टों ने सोलर सिस्टम से बाहर एकधरतीनुमा ग्रह की खोज की है जिसके बारे में उन्होंने कहा हैकि यह भविष्य में इंसानों का नया बसेरा हो सकता है।
नासा की एक टीम का कहना है कि केपलर - 22बी नामकयह ग्रह 600 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है और इसका आकारपृथ्वी से 2-4 गुना बड़ा है। इसका तापमान 22 डिग्रीसेल्सियस है। ' पृथ्वी- 2' हमारे सबसे करीब पृथ्वी जैसा ग्रहहै।
देखें : पृथ्वी से भी बड़े नये ग्रह की तस्वीरें
साइंटिस्टों ने अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के केपलर टेलिस्कोपकी सहायता से इस नए ग्रह की पुष्टि की। इस ग्रह पर जमीनऔर पानी दोनों है और संभावित जीवन के लिए उचितइन्वाइरनमेंट भी है। किसी भी ग्रह पर जीवन की संभावनाहोने के लिए उसका अपने मुख्य तारे से उचित दूरी होना जरूरी है ताकि वह ना तो ज्यादा गर्म हो और ना ठंडा। साइंटिस्टों के इस दल का कहना है कि केपलर -22 बी कीअपने तारे से दूरी जीवन की संभावनाओं की उम्मीद जगाने वाली है।
हालांकि , दल को अब तक पता नहीं चला है कि केपलर -22 बी चट्टान , गैस या लिक्विड से बना है। इस ग्रह परएक साल 290 दिनों का होता है। इसको सबसे पहले दो साल पहले देखा गया। नासा में केपलर के चीफ रिसर्चरबिल बोरुची ने कहा , ' केपलर -22 बी के रूप में हमें एक ऐसा ग्रह मिला है जिस पर जीवन के लिए जरूरी सारेतत्व मौजूद हैं। '
उन्होंने कहा , ' इस ग्रह पर जीवन के लिए जरूरी सारे तत्व मौजूद हैं और अगर इस पर सतह मौजूद है , तो यहांका तापमान भी इसके अनुकूल होना चाहिए। ' अपने सोलर सिस्टम से बाहर अब ऐसे तीन ग्रह हैं जहां साइंटिस्टोंको अगली पीढ़ियों के लिए जीवन होने की संभावना दिखती है।
लंदन।। नासा के साइंटिस्टों ने सोलर सिस्टम से बाहर एकधरतीनुमा ग्रह की खोज की है जिसके बारे में उन्होंने कहा हैकि यह भविष्य में इंसानों का नया बसेरा हो सकता है।
नासा की एक टीम का कहना है कि केपलर - 22बी नामकयह ग्रह 600 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है और इसका आकारपृथ्वी से 2-4 गुना बड़ा है। इसका तापमान 22 डिग्रीसेल्सियस है। ' पृथ्वी- 2' हमारे सबसे करीब पृथ्वी जैसा ग्रहहै।
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साइंटिस्टों ने अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के केपलर टेलिस्कोपकी सहायता से इस नए ग्रह की पुष्टि की। इस ग्रह पर जमीनऔर पानी दोनों है और संभावित जीवन के लिए उचितइन्वाइरनमेंट भी है। किसी भी ग्रह पर जीवन की संभावनाहोने के लिए उसका अपने मुख्य तारे से उचित दूरी होना जरूरी है ताकि वह ना तो ज्यादा गर्म हो और ना ठंडा। साइंटिस्टों के इस दल का कहना है कि केपलर -22 बी कीअपने तारे से दूरी जीवन की संभावनाओं की उम्मीद जगाने वाली है।
हालांकि , दल को अब तक पता नहीं चला है कि केपलर -22 बी चट्टान , गैस या लिक्विड से बना है। इस ग्रह परएक साल 290 दिनों का होता है। इसको सबसे पहले दो साल पहले देखा गया। नासा में केपलर के चीफ रिसर्चरबिल बोरुची ने कहा , ' केपलर -22 बी के रूप में हमें एक ऐसा ग्रह मिला है जिस पर जीवन के लिए जरूरी सारेतत्व मौजूद हैं। '
उन्होंने कहा , ' इस ग्रह पर जीवन के लिए जरूरी सारे तत्व मौजूद हैं और अगर इस पर सतह मौजूद है , तो यहांका तापमान भी इसके अनुकूल होना चाहिए। ' अपने सोलर सिस्टम से बाहर अब ऐसे तीन ग्रह हैं जहां साइंटिस्टोंको अगली पीढ़ियों के लिए जीवन होने की संभावना दिखती है।