स्थापित लेखकों से पुस्तकों का लोकार्पण कराने की परंपरा से हटकर एक नवोदित लेखक ने अपने पहले उपन्यास का विमोचन एक हाथी से करवाया है।
यहाँ से करीब 30 किलोमीटर दूर परसाला में सोमवार को मदाथिल मोहन नामक हाथी ने लोकार्पण कार्यक्रम में अपने सूंड से पुस्तक की प्रति उठाकर उसे उसके मालिक अनिवेलप्पन को सौंपा। पेड़ों के नीचे खुले में हुए इस लोकार्पण समारोह में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
अनिवेलप्पन का यह उपन्यास दो शताब्दी पहले के एक लोकनायक की कहानी है। उस समय त्रावणकोर भीषण सत्ता संघर्ष में उलझा हुआ था।
केवल दसवीं कक्षा तक पढ़ाई करने वाले ऑटोरिक्शा चालक अनिवेलप्पन स्थानीय इतिहास के प्रति गहरी रुचि के कारण लेखन की ओर मुड़ा। उसने कहा कि वह त्रावणकोर के इतिहास की अज्ञात घटनाओं पर आधारित और
उपन्यास लिखना चाहता है।
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